अच्छी बातें सुनन से नहीं बदलता है जीवन, लक्ष्य तक पहुंचने के लिए चलना जरूरी है
गौतम बुद्ध रोज अपने शिष्यों को उपदेश देते थे। बुद्ध की ज्ञान की बातें सुनने काफी लोग आते थे। एक व्यक्ति गौतम बुद्ध का प्रवचन सुनने रोज नियम से आता था और उनकी सारी बातें सुनता था। बुद्ध अपने प्रवचनों में क्रोध, अहंकार, लोभ, शत्रुता छोड़ने की बात कहते थे। बुद्ध के प्रवचनों का सार यही था कि इन बुरी बा…
हनुमानजी के पंचमुखी स्वरूप की कथा, श्रीराम-लक्ष्मण को बंदी बना लिया था अहिरावण ने
बुधवार, 8 अप्रैल को हनुमान जयंती यानी हनुमानजी का प्राकट्योत्सव है। इस दिन हनुमानजी के अलग-अलग स्वरूप की पूजा करने की परंपरा है। हनुमानजी का एक स्वरूप पंचमुखी भी है। इस स्वरूप की पूजा करने से आत्मविश्वास बढ़ता है और अनजाने भय से मुक्ति मिलती है। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य और श्रीराम कथाकार पं. मनीष शर…
हनुमान जयंती पर घर में रहकर ही सरल स्टेप्स में कर सकते हैं पूजा, हनुमानजी को चढ़ाएं सिंदूर
बुधवार, 8 अप्रैल को हनुमान जयंती है। इस दिन घर में रहकर ही पूजा करें। उज्जैन के इंद्रेश्वर महादेव मंदिर के पुजारी पं. सुनील नागर के अनुसार यहां जानिए हनुमानजी के पूजन की सरल विधि। पूजा के लिए जरूरी सामग्री पूजा में हनुमानजी की मूर्ति को स्नान कराने के लिए तांबे का बर्तन, तांबे का लोटा, दूध, वस्त्र,…
वेस्टइंडीज में है 26 मीटर उंची हनुमान प्रतिमा, इसे माना जाता है भारत के बाहर सबसे बड़ी मूर्ति
वेस्टइंडीज के त्रिनिदाद में दात्रेय मंदिर में 26 मीटर ऊंची हनुमानजी की मूर्ति स्थापित है। इस मंदिर की स्थापना 1981 में अवधूत दत्तापीठम (मैसूर) के पीठाधीश स्वामी गणपति सच्चिदानंद ने की थी। यह वेस्टइंडीज में रहने वाले भारतीय मूल के लोगों के बीच में आस्था का केंद्र है। कार्यसिद्धि हनुमान प्रतिमा नाम स…
दाम्पत्य सुख के लिए किया जाता है रवि प्रदोष व्रत, इस दिन होती है शिव-शक्ति पूजा
भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने के लिए प्रदोष व्रत किया जाता है। रविवार 5 अप्रैल को त्रयोदशी होने से रवि प्रदोष का संयोग बन रहा है। रविवार को प्रदोष व्रत और पूजा करने से उम्र बढ़ती है और बीमारियां भी दूर होती हैं। इसके साथ ही शिव-शक्ति पूजा करने से दांपत्य सुख में भी वृद्धि होती है। प्रदोष व्रत की व…
चैत्र माह की पूर्णिमा पर स्नान और दान करने से खत्म होते हैं पाप
चैत्र माह की पूर्णिमा 8 अप्रैल को है। नए संवत्सर की पहली पूर्णिमा होने से ग्रंथों में इसे महत्वपूर्ण पर्व माना गया है। इसे मधु पूर्णिमा या चैते पूनम भी कहा जाता है। इस पर्व पर सूर्योदय से पहले उठकर तीर्थ या पवित्र नदियों में स्नान किया जाता है। सूर्य को अर्घ्य देकर दिनभर दान, व्रत और भगवान विष्णु क…